प्राचार्य
प्राचार्य का संदेश
“आज के बच्चे कल के भविष्य है।” हम इन स्वर्ण शब्दों को अपनी प्रेरणा का स्रोत मानते हैं। यही कारण है कि हम प्रत्येक बच्चे को विशेष मानते हैं और उसके प्राकृतिक विकास के लिए अथक प्रयास करते हैं। विद्यालय को एक स्वप्न संस्था के रूप में विकसित करने के लिए जहां प्रेम और खुशी हो तथा हर नुक्कड़ और कोने में देवत्व के गूँज के सर्वोच्च और गीत का शासन हो। हम दिन-रात समर्पित रहते हैं।
इस संगठन में हमारा उद्देश्य केवल ज्ञान प्रदान करना नहीं है बल्कि उसे एक परिपूर्ण मनुष्य के रूप में विकसित करना भी है। वह भावना जो मानव को मानव बनाती है,विद्यालय का उत्थान करती है, बच्चों को एक अच्छे विकसित नागरिक के रूप में ढालकर भारत को भविष्य में महाशक्ति बनाने के लिए मार्गदर्शन करते हैं।
मैं, यहां के शिक्षकों के साथ मिलकर बच्चों का पालन-पोषण पूरी ईमानदारी से करने की कोशिश करती हूं, जो उन्हें भविष्य की समस्याओं से निपटने के लिए तैयार करेगा। हम वास्तव में एक वातावरण में विश्वास करते हैं
जहाँ मन बिना भय के होता है और सिर ऊँचा होता है; जहां ज्ञान मुक्त है; जहां संकीर्ण घरेलू दीवारों द्वारा दुनिया को टुकड़ों में नहीं तोड़ा गया है; जहां सत्य की गहराई से शब्द निकलते हैं|
भगवान हमारे प्रयास में हमें आशीर्वाद दें|